इंजीन्यरिंग कॉलेज की ज़्यादातर love stories ऐसे ही किसी शाम सूरज के साथ ऐसे ही किसी कैंटीन के बाहर चुप चाप डूब जाती हैं। इंजीन्यरिंग के आखिरी महीने में सूरज पर love stories को साथ लेकर डूबने का लोड बढ़ता जा रहा था और वो गुस्से में रोज़ थोड़ा ज़्यादा लाल होता जा रहा था।
-Divya Prakash Dubey
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