पर जिस तरह विरोधी पक्ष की चीख-पुकार और गाली-गलौज को निस्सार मानकर असली मिनिस्टर कुनबापरस्ती के रास्ते पर सीधा चलता रहता है, उसी निर्लिप्त भाव से वैद्यजी भी इन आवाजों को अनसुना कर के शंकर जी की प्रार्थना में लगे रहे .
-Shrilal Shukla
Select a background
More quotes by Shrilal Shukla
Popular Authors
A curated listing of popular authors.