4 Quotes by Ram Kumar Bhramar


  • Author Ram Kumar Bhramar
  • Quote

    कोई किसी की बैसाखी नहीं बन सकता। राम-राम दुआ-सलाम तक आदमी जिन्दगी में साथ दे दें, उतना ही उसके वश में है और दूसरे के लिए भी उतना ही काफी है।

  • Tags
  • Share

  • Author Ram Kumar Bhramar
  • Quote

    धन्न है! इसे कहते हैं पालिटिक्स और पालिटिशियन। जूते पड़ जायें तो भी यों मुस्कुरायें जैसे फूल बरसे थे। ऐसे लोग ही कुछ कर पाते हैं।

  • Tags
  • Share

  • Author Ram Kumar Bhramar
  • Quote

    सच्चाई को किसी के साथ की जरूरत नहीं होती। जितना गला घोंटा जाये, ज्यादा जोर से छटपटाती है।

  • Tags
  • Share