1 Quotes by VikasPratap Singh
- Author VikasPratap Singh
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मेरी कविता क्या है!सच्चाई के दो मोती हैं; एक खुशी की परछाईं का एक दर्द की गहराई का --विकास प्रताप सिंह 'हितैषी
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